Paris Paralympics 2024: Javelin throw फाइनल में प्रवीण रहे असफल, भारत को मिली निराशा,मेडल की दौड़ में रहे 8वें स्थान पर

Paris Paralympics 2024: Javelin throw फाइनल में प्रवीण रहे असफल, भारत को मिली निराशा,मेडल की दौड़ में रहे 8वें स्थान पर
Last Updated: 01 सितंबर 2024

पैरालंपिक-2024 में भारत ने अब तक अद्भुत प्रदर्शन किया है, और तीन दिन के भीतर ही उसने कुल पांच पदक अपने नाम किए हैं। जेवलिन थ्रो में भारत को एक और पदक मिल सकता था, लेकिन प्रवीण उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके। उन्हें नीरज चोपड़ा की तरह भारत के लिए पदक जीतने की आशा थी, लेकिन सभी प्रयासों के बावजूद वह सफल नहीं हो सके।

Paris Paralympics: पेरिस पैरालंपिक-2024 की शुरुआत भारत के लिए अद्भुत रही। दूसरे दिन भारत ने चार पदक अपने नाम किए। तीसरे दिन भी भारत ने एक और पदक जीता। हालांकि, इस संख्या में और बढ़ोतरी की उम्मीद थी। जेवलिन थ्रो में प्रवीण से यह उम्मीद थी कि वह भारत को और एक पदक दिलाएंगे, लेकिन वह फाइनल में अपनी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके।

F57 जेवलिन थ्रो के फाइनल में प्रवीण अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए और वे आठवें स्थान पर रहे। यदि वे शीर्ष-3 में फिनिश करते, तो भारत के खाते में एक और पदक जुड़ जाता। पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने भारत को जेवलिन थ्रो में पदक दिलाया था, लेकिन प्रवीण यह उपलब्धि हासिल नहीं कर सके।

प्रवीण की कोशिश नाकामयाब रही

प्रवीण ने मेडल जीतने के लिए अपनी पूरी मेहनत की, लेकिन सफलता उनके हाथ नहीं आई। फाइनल में प्रवीण की सर्वश्रेष्ठ थ्रो 42.12 मीटर रही, जो उन्होंने अपने चौथे प्रयास में की। उज्बेकिस्तान के वाय ओडिलोव ने 50.32 मीटर की थ्रो के साथ पहला स्थान प्राप्त करते हुए स्वर्ण पदक जीता। रजत पदक तुर्की के एम खालवंडी के नाम रहा, जिन्होंने 49.97 मीटर की थ्रो की। वहीं, ब्राजील के लिंस नोबरे सीवी ने 49.46 मीटर की थ्रो फेंककर तीसरा स्थान हासिल किया।

भारत ने जीते पांच पदक

भारत को पेरिस पैरालंपिक में अब तक पांच पदक मिल चुके हैं, जिसमें एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक शामिल है। दूसरे दिन, महिला निशानेबाज रुबिना फ्रांसिस ने 10 मीटर एयर पिस्टल एच-1 में कांस्य पदक अपने नाम किया।

 

 

 

 

 

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